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*होली के ३ अर्थ*
*(१) होली* अर्थात् हम भगवान के 'होलिए'। तन, मन, धन, समय, स्वांस, संकल्प, सब भगवान के लिए है। भगवान के दिए हुए हैं।
*(२) होली* अर्थात् जो बात 'होली' सो होली। अर्थात् विगत बात (Past is Past) जो हो गया सो हो गया।
*(३) होली* अर्थात् पवित्रता (Purity) Holy अर्थात् Holiness.
*यह तीनों ही अर्थ हमारे लिए बहुत ही कल्याणकारी हैं, अर्थपूर्ण हैं Meaningful हैं।*
हम भगवान के अनुसार जीवन जियें। बीती बातों का व्यर्थ मनन - चिंतन न करें। जीवन को दिव्यता से भर ले। अब से हमें ऐसी होली मनानी हैं।
*होलिका दहन*
अचेतन मन में ना जाने कितनी इच्छाएं, कितने प्रदूषित बिचार, कितनी ईर्ष्याएं, अंदर ही अंदर अंदरूनी चेतना को बोझिल और प्रदूषित एवं परेशान करती रहती हैं। होली का यह उत्सव आज हमें वह अवसर उपलब्ध कराता हैं कि जब हम अपने अंदर जमा इस कूड़े-कचरे को बाहर निकालकर अपनी चेतना को हल्का-फुल्का और निर्मल बनायें।
इस पावन पर्व पर बाहर और भीतर दोनों और से स्वच्छ, निर्मल और पवित्र रहने का संकल्प लें।।
*होली के ३ अर्थ*
*(१) होली* अर्थात् हम भगवान के 'होलिए'। तन, मन, धन, समय, स्वांस, संकल्प, सब भगवान के लिए है। भगवान के दिए हुए हैं।
*(२) होली* अर्थात् जो बात 'होली' सो होली। अर्थात् विगत बात (Past is Past) जो हो गया सो हो गया।
*(३) होली* अर्थात् पवित्रता (Purity) Holy अर्थात् Holiness.
*यह तीनों ही अर्थ हमारे लिए बहुत ही कल्याणकारी हैं, अर्थपूर्ण हैं Meaningful हैं।*
हम भगवान के अनुसार जीवन जियें। बीती बातों का व्यर्थ मनन - चिंतन न करें। जीवन को दिव्यता से भर ले। अब से हमें ऐसी होली मनानी हैं।
*होलिका दहन*
अचेतन मन में ना जाने कितनी इच्छाएं, कितने प्रदूषित बिचार, कितनी ईर्ष्याएं, अंदर ही अंदर अंदरूनी चेतना को बोझिल और प्रदूषित एवं परेशान करती रहती हैं। होली का यह उत्सव आज हमें वह अवसर उपलब्ध कराता हैं कि जब हम अपने अंदर जमा इस कूड़े-कचरे को बाहर निकालकर अपनी चेतना को हल्का-फुल्का और निर्मल बनायें।
इस पावन पर्व पर बाहर और भीतर दोनों और से स्वच्छ, निर्मल और पवित्र रहने का संकल्प लें।।